मदरसे के बच्चे भी कर सकेंगे इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी, सरकारी की मंज़ूरी का इंतज़ार

नई दिल्ली: मदरसों के ‘होनहार बच्चों’ को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराने के मोदी सरकार एक प्रस्ताव पर विचार कर रही है।
ये प्रस्ताव मदरसों को मेनस्ट्रीम एजुकेशन से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने मिनिस्ट्री ऑफ़ माइनॉरिटी अफेयर्स की संस्था ‘मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान’ (एमएईएफ) के समक्ष रखा गया है। इस प्रस्ताव पर अभी आखिरी फैसला आना बाकी है।
इस मुद्दे पर हुए एमएईएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है की इस प्रस्ताव में कहा गया है की मदरसों के बच्चों को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए अलग-अलग राज्यों में केन्द्र बनाए जाएं। जिसपर अभी विचार-विमर्श चल रहा है और कुछ ही दिनों में इसपर आखिरी फैसला आ सकता है।

आपको बता दें की केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा में लाने के लिए पिछले साल दिसंबर में सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। जिसकी रिपोर्ट पिछले साल मार्च महीने में केंद्र सरकार को सौंपी गई थी।

इस समिति के संयोजक सैयद बाबर अशरफ का कहना है की उम्मीद करते हैं कि उसे जल्द मंजूरी मिल जाएगी। जिसके बाद अक्टूबर तक इस पर काम शुरू हो जाएगा।
इस पूरी कवायद में मदरसों के संचालकों और मुस्लिम समाज की पूरी मदद ली जाएगी क्योंकि हम किसी भी सूरत में धार्मिक शिक्षा के रास्ते में व्यवधान पैदा नहीं करना चाहते।
हम चाहते हैं की बच्चों को मेनस्ट्रीम से जुड़ने और एक अच्छा करियर बनाने का मौका मिले।