चतरा : झारखंड के चतरा में एक मुसलमान युवक को घर से निकालकर गोली मारने के आरोप में पुलिस के एक जवान को गिरफ़्तार किया गया है. इस घटना के बाद गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. शुक्रवार की देर रात से लोग घरों से बाहर निकल गए और शव के साथ सड़क को जाम कर दिया है. यह घटना पिपरवार थाना क्षेत्र के बेहरा गांव की है. इस मामले में पिपरवार थाना के एक जवान को गिरफ़्तार कर लिया गया है. साथ ही थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर दिया गया है.
प्राथमिकी दर्ज करने के साथ आगे की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस के खोल भी बरामद किए हैं. उपायुक्त का कहना है कि ‘प्रारंभिक तफ्तीश और पूछताछ में पुलिस पर लगे आरोप गंभीर प्रतीत हो रहे हैं.’ उनके मुताबिक, इस मामले में स्पष्ट कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर कैंप कर रहे हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है. उपायुक्त ने कहा, ‘गांव के लोग गुस्से में हैं, लेकिन जांच में पूरा सहयोग भी कर रहे हैं और हालात नियंत्रण में है.’
फ़िलहाल गांव वाले शव को पोस्टमार्टम के लिए उठाने नहीं दे रहे हैं. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उन्हें समझाने में जुटे हैं. मरने वाले युवक का नाम मोहम्मद सलमान उर्फ राजा है. उनके पिता अब्दुल जब्बार ने बताया कि राजा की उम्र 19 साल थी और वो कोयला खदान में मज़दूरी करता था. शुक्रवार को ही उसे मज़दूरी मिली थी. अब्दुल जब्बार ने बताया, ”रात में वे अपने लिए नए कपड़े, बेल्ट, इत्र, जूते- चप्पल लेकर आया था. वो बहुत खुश था और घर के लोगों से पूछ रहा था कि ये कपड़े अच्छे तो हैं ना.”
उन्होंने कहा, “आखिरी जुमे के बाद सभी लोग ईद की तैयारियों में जुटे थे. लेकिन पुलिस ने घर से निकालकर उनके बेटे की छाती पर तीन गोलियां दाग दीं.” वे लोग सलमान के गुनाह के बारे में पूछते रहे, लेकिन पुलिस ने कुछ बताया नहीं और घर से क़रीब 50 मीटर की दूरी तक घसीट कर ले गए. जब्बार ने कहा, ”गोलियां चलने की आवाज़ सुनाई पड़ी, हम सभी लोग वहां पहुंचे तो देखा कि मेरा बेटा सलमान खून से लथपथ था.” गांव में रहने वाले मोहम्मद असलम ने कहा, ”यकीन मानिए पुलिस ने दरिंदों की तरह इस घटना को अंजाम दिया. कोई मामला भी दर्ज नहीं है. गोली चलाने के बाद पुलिस जीप से भागने में सफल रही, जबकि सुबह कोई ज़िम्मेदार अधिकारी कुछ भी बताने से बचते रहे.”