मुस्लिम होने की वजह से नवाज़ुद्दीन को एक बार फिर रामलीला में नहीं मिला किरदार

बॉलीवुड में अपनी दमदार एक्टिंग का लोहा मनवा चुके एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। पिछले साल शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने रामलीला में मारीच का किरदार निभाने से रोक दिया था। पिछले साल 6 अक्टूबर 2016 को जब कार्यकार्ताओं ने धार्मिक नाटक में एक्टर की परफॉर्मेंस का विरोध किया तो उन्होंने ट्विट कर बताया था कि वो अपने बचपन के सपने को पूरा करना चाहते हैं।

रामलीला के आयोजक विनीत कल्याण ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ हुई बातचीत में कहा- मुझे नहीं लगता कि वो इस साल भी रामलीला का हिस्सा बन सकते हैं। लेकिन हम अभी भी इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने वापस आने का वादा किया था। एक्टर के फैंस उनका यहां स्टेज पर आने का इंतजार कर रहे हैं।

हालांकि उनकी इस मामले पर नवाजुद्दीन से कोई बातचीत नहीं हुई है। एक्टर रामलीला में मारीच के किरदार को निभाने वाले थे। लेकिन राइट विंग के कार्यकर्ताओं ने मजबूती से इसका विरोध किया है और उनका दावा है कि किसी मुस्लिम एक्टर ने पिछले 50 सालों से रामलीला के स्टेज पर कदम नहीं रखा है।