निजामुद्दीन इलाक़े के पिछले हिस्सा में वक्फ़ की बहुत बड़ी जगह मौजूद है, जहां कब्रिस्तान, मदरसा और मस्जिद आज भी मौजूद है।
इस ज़मीन की लड़ाई वक्फ़ और डीडीए के बीच जारी है, जिसे अदालत ने मुतवल्ली के पक्ष में स्टे दे रखा है। इस जमीन के चौथाई हिस्से पर सीआरपीएफ़ ने कल अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।
सालों से जमीन को लेकर कोर्ट ने मुतवल्ली के पक्ष में स्टे दे रखा था। लेकिन सीआरपीएफ़ ने पुलिस बल की मौजूदगी में कुछ पुख्ता कब्र को ध्वस्त करके चौथाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है। मुतवल्ली ने जब सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों से पता किया कि आखिर किसके आदेश पर ऐसा किया जा रहा है, तो अधिकारियों ने उनसे कुछ न कहते हुए कहा कि चुप रहें तो बेहतर होगा वरना बंद कर देंगे।
इस सिलसिले में जब ईटीवी प्रतिनिधि ने अधिकारियों से बात करनी चाही तो पहले टालमटोल किया और बाद में बचते हुए वहां से निकल गए और कोई बात नहीं की। आपको बता दें कि दिल्ली में वक्फ़ की ज़मीन काफी तादाद में मौजूद है। डीडीए इसके विस्तार के नाम पर कब्जा करता जा रहा है।
जिन ज़मीनों पर कब्र या फिर दरगाहें मौजूद हैं उन्हें भी ध्वस्त किया जा रहा है, जिसके खिलाफ कुछ लोगों ने विरोध भी किया। लेकिन उन्हें पुलिस ने डरा-धमका कर ख़ामोश कर दिया।