बाढ़ की वजह से बिहार के हालात भयावह हो गए हैं, लाखों लोग इससे प्रभावित हुए हैं और आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ से 250 से ऊपर लोगों की मौत हो चुकी है । बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनजीओ समेत तमाम लोग राहत कार्य में जुटे हुए हैं । मधेपुरा सांसद पप्पू यादव भी लगातार बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का दौरा कर राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
पप्पू यादव ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के दौरान ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए । पप्पू यादव ने दावा किया कि 5000 से भी अधिक लोग बाढ़ की चपेट में अपनी जान गवां चुके हैं, लेकिन नीतीश सरकार आंकड़ों को कम करने के लिए लाशों को छुपाने मैं व्यस्त है।
उन्होंने कहा कि कटिहार, किशनगंज ,अररिया सबसे ज्यादा प्रभावित हैं जिससे उबरने में लोगों को 40 साल लग जाएंगे । पप्पू यादव ने कहा कि अभी तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में न खाने की व्यवस्था है,ना मेडिकल की, ना किसी राहत सामग्री की व्यवस्था दिख रही है। वहीं नीतीश जी अपनी पार्टी और सरकार बचाने के लिए जुगलबंदी करने में व्यस्त हैं।
राज्य सरकार पर हमला करते हुए पप्पू यादव ने कहाकि सरकार जानबूझकर फरक्का बैराज का निर्माण नहीं कर रही है नीतीश जी बताएंगे कि कब बनेगा फरक्का बैराज । उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेताओं पर भी तीखा हमला करते हुए कहाकि बीजेपी के पास एमपी, एमएलए खरीदने के लिए हज़ारों करोड़ रुपए है लेकिन बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई मदद नहीं है ।
पप्पू यादव ने नीतीश कुमार से निवेदन करते हुए कहा की लाशों को मत फेंको, ऊन्हें कुत्ते बिल्ली को खाने के लिए मत छोड़ो, मार तो दिए हो अब लाशों को हमें दे दो, हम उन्हें दफनाएंगे। पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि कुसहा त्रासदी के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तो क्षेत्र का दौरा करके हाल-चाल जानने का प्रयास किया था। लेकिन नरेंद्र भाई तो एक बार झांकने भी नहीं आए । अब तो बिहार और उनका डीएनए भी एक है, अब नहीं तो कब आएंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि बिहार के बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये। पप्पू यादव ने लोगों से अपील करते हुए कहाकि हमने “बाढ़ राहत कोष ” का निर्माण किया है जिसमें आप सभी से आर्थिक सहयोग की अपेक्षा है आप लोग आर्थिक सहयोग करें हम बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत कार्य में लगे हुए हैं।