पुरी दुनिया के अखबारों में राम रहीम की घटनाओं ने सुर्खियां बटोरी है। दुनिया की सभी अखबारों ने बलात्कारी बाबा के कुकर्मो की निंदा की है। भारत से लेकर पाकिस्तान, चीन, जर्मनी और लंदन की अखबारों में इस घटना को खास जगह दी गई है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने यहां तक लिखा है कि अपराध के आरोपों के बावज़ूद भारत में गुरुओं का दबदबा कायम है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह भी लिखा कि अदालत के फैसले के बाद समर्थकों ने जो उत्पात मचाई, उसे लगता है कि वह अपराध का गुरु है।
दुनिया की कई अखबारों ने बलात्कारी बाबा राम रहीम को दुराचारी और अपराध का गुरु कहकर संबोधित किया है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान के सभी अखबारों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। डॉन ने राम-रहीम को दुराचारी गुरु बताते हुए सड़कों पर चले उत्पात को बड़ी तस्वीर के साथ प्रकाशित किया।
जर्मनी की रेडियो सेवा दाइचे वेले ने फैसले के बाद सड़कों पर चले हिंसात्मक घटनाक्रम के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया।
उसने कहा कि मुश्किल हालात में ही नेतृत्व की असली परीक्षा होती है और जिस तरह से हिंसा हुई उससे स्पष्ट पता लगता है कि हरियाणा के सीएम एक नाकाम प्रशासक हैं।
लंदन के अखबार इंडिपेंडेंट ने भी दुराचारी गुरु के उपद्रवी समर्थकों पर नियंत्रण न कर पाने के लिए खट्टर को कटघरे में खड़ा किया। उर्दू अखबार नवा-ए-वक्त ने डेरा आश्रम के लिए असभ्य भाषा का इस्तेमाल भी किया।