नई दिल्ली : नेशनल जांच एजेंसी ने रियासती पुलिस फौज और सेंट्रल सेक्युरिटी एजेंसियों के साथ मिलकर पूरे देश से ममनूआ दहशतगर्द ग्रूप आईएसआईएस के साथ हमदर्दी रखने वाले 14 लोगों को उनके खुदसाख़्ता सरबराह ‘अमीर’ समेत गिरफ्तार कर बड़े दहशतगर्दाना हमले को नाकाम करने का शुक्रवार को दावा किया।
चार सूबों कर्नाटक, हैदराबाद, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में छापेमारी हुई जहां 14 लोगों ने ‘जनूद-उल-खलीफा-ए-हिन्द’ नामक तंज़ीम बना लिया था। इस दहशतगर्द तंज़ीम का नज़रया आईएसआईएस के समान है।
वज़ारते दाखला के ज़राए ने बताया कि मुंबई के बाशिंदा मनबीर मुश्ताक ने मुबीना तौर से खुद को इस ग्रुप का ‘अमीर’ क़रार दिया था। इसका काम देश भर में मुख्तलिफ तनसीबात पर बम विस्फोट करना और कुछ विदेशियों पर हमला करना था।
सभी सूबों में वहां की पुलिस फौज की मदद से यह छापेमारी की गयी। गिरफ्तार किए गए सभी मुजरिमों को तफ़्सीली पूछताछ के लिए क़ौमी राजधानी लाया जा रहा है। इब्तदाई जांच में खुलासा हुआ है कि इस दहशतगर्द तंज़ीम की एक यक़ीनी साख़त है।
ज़राए ने बताया कि एनआईए और सेंट्रल जांच एजेंसियों ने 42 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। इनमें से आठ मोबाइल फोन इस नए दहशत गर्द के अमीर से बरामद हुए हैं जिसे मुबीना तौर से विदेशों से हवाला के जरिए दौलत भी मिला है।