हैदराबाद 02 जुलाई: सदर तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अक़लियती डिपार्टमेंट मुहम्मद ख़्वाजा फ़ख़रुद्दीन ने एनआईए की तरफ से हैदराबाद में मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी की सख़्त मज़म्मत की और कहा कि एनआईए बीजेपी हुकूमत के इशारों पर मुसलमानों के ख़िलाफ़ एक तरफ़ा कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि वो और कांग्रेस पार्टी दहश्तगर्दी की हरगिज़ ताईद नहीं करती और ना ही दहश्तगर्दी का कोई मज़हब होता है क़ौमी तहक़ीक़ाती एजेंसी (एनआईए) बीजेपी और आरएसएस का खिलौना बन गई है जिसके सबब एनआईए की ग़ैर जांबदारी पर सवालिया निशान उठ रहे हैं चूँकि मालेगांव, अजमेर शरीफ़ और समझौता एक्सप्रेस धमाकों में शामिल रहने वाली परगिया सिंह ठाकुर और दूसरों के ख़िलाफ़ मुक़द्दमात से दसतबरदारी इख़तियार करते हुए उन्हें क्लीनचिट देने वाली एनआईए को हाईकोर्ट से फटकार मिलने के बाद एनआईए तन्क़ीदों का निशाना बनी हुई है। अपनी ग़लतीयों पर पर्दा डालने के लिए और अवाम की तवज्जा हटाने के लिए एनआईए ने हैदराबादी मुस्लिम नौजवानों को निशाना बनाया। अगर ये मुस्लिम नौजवान वाक़ई दहश्तगर्द हैं तो क़ानून के दायरे में रहते हुए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की ज़रूरत है।
एनआईए की टीम ने मुक़द्दस माह रमज़ान में सह्र के मौके पर मुस्लिम नौजवानों के मकानात पर छापा मारते हुए उन्हें गिरफ़्तार किया और शुबा की बुनियाद पर नौजवानों को हरासाँ किया जा रहा है जो गै़रक़ानूनी और ग़ैर दस्तूरी अमल है।
अगर कोई क़सूरवार हैं तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करें बेक़सूर नौजवानों को हरासाँ ना करें। मुसलमानों की हुब्ब-उल-व्तनी पर शकूक की कोई गुंजाइश नहीं। समाज के ठेकादार बनने वाली आरएसएस तर्बीयत गाहों में नौजवान लड़के और लड़कीयों को हथियारों की तर्बीयत दे रही है। एनआईए की नज़र आरएसएस के शाखाओं पर क्युं नहीं पड़ रही है उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के बजाये क़ौमी तहक़ीक़ात एजेंसी मुस्लिम नौजवानों का तआक़ुब कर रही है जिससे अवाम में ग़लत तास्सुर पड़ रहा है।