NIA की छापेमारी में ख़ुलासा- हिंदू नेताओं की हत्या में पहले भी सप्लाई हुए मेरठ से हथियार

हिंदू नेताओं की हत्या और विदेशी फंडिंग के लिए वेस्ट यूपी का नाम पहले भी सामने आया। पिछले दो साल में पंजाब में हुई हिंदू नेताओं की हत्या में प्रयुक्त असलाह मेरठ से सप्लाई किया गया। इतना ही नहीं, इस बार भी आतंकी संगठन आईएस ने जो धमाकों की प्लानिंग की, उसके लिए मेरठ से असलाह और विस्फोटक दिए गए। इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद वेस्ट यूपी में हाईअलर्ट कर दिया गया है।

पंजाब में वर्ष 2016-17 के बीच लगातार हिंदू नेताओं की हत्या का सिलसिला चला। इस दौरान सीबीआई को भी केस दिए गए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इस दौरान आरएसएस नेता की हत्या के बाद ये खुलासा हुआ कि हत्या में विदेशी ताकतों का हाथ है। हिंदू नेताओं की हत्या करके जातीय हिंसा फैलाने और दंगा कराने की साजिश है। इसके बाद मामले में एनआईए टीम को पूरे प्रकरण में लगाया गया। इस मामले में धरपकड़ की गई, जिसके बाद खुलासा हुआ कि विदेशी फंडिंग के जरिये मेरठ से असलाह खरीदे गए थे।

इस इनपुट के बाद एनआईए टीम ने मेरठ और गाजियाबाद में दबिश दी। मेरठ से परवेज उर्फ फरू और एक अन्य समेत गाजियाबाद के नाहली गांव में मलूक की तलाश की गई। तीनों को एनआईए ने गिरफ्तार किया था। इस दौरान खुलासा हुआ कि हत्या में शामिल आरोपियों ने मेरठ और गाजियाबाद के आर्म्स डीलरों से घंटाघर पर सौदा किया था और यहीं से हथियार लेकर गए थे। एनआईए टीम ने घंटाघर के इस होटल के दस्तावेज और सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में लिया था।

अप्रैल 2016: माताचंद कौर की लुधियाना में ही गोली मारकर हत्या।
23 अप्रैल 2016: शिव सेना नेता दुर्गाप्रसाद गुप्ता की खन्ना में हत्या।
6 अगस्त 2016: आरएसएस नेता जगदीश गंगनेजा की जालंधर में हत्या
14 जनवरी 2017: श्री हिंदू तख्त जिला प्रेजीडेंट अमित शर्मा की लुधियाना में हत्या।
जनवरी 2017: भठिंडा मौर मंडी में दो बम धमाके। हरमिंदर सिंह जस्सी की हत्या।
फरवरी 2017: सतपाल और उनके बेटे रमेश लुधियाना में गोली मारकर हत्या। दोनों डेरा सच्चा सौदा समर्थक थे।
जुलाई 2017: सुल्तान मसीह की चर्च के बाहर लुधियाना में हत्या
17 अक्टूबर: आरएसएस नेता रविंद्र गोसाई की लुधियाना में हत्या
30 अक्टूबर: हिंदू संघर्ष समिति के नेता विपिन शर्मा की हत्या