नाइजीरिया: इमाम ने अपनी जान पर खेलकर 250 से अधिक ईसाईयों को बचाया

नाइजीरिया में एक इमाम ने हिंसा और नफरत के इस दौर में एक अपनी जान जोखिम में डालकर सशस्त्र मुस्लिम चरवाहों से 250 से अधिक ईसाइयों को बचा लिया। घटना  नाइजीरिया के मध्य क्षेत्र में पिछले शनिवार पठार राज्य में हुई।

इमाम ने करीब 262 ईसाइयों जिसमें पुरुष, महिलायें और बच्चे शामिल थे, को एक पड़ोसी गांव से भाग रहे संदिग्ध चरवाहों  जो ज्यादातर मुसलमान थे, से बचा लिया। मौलवी ने तुरंत इनको अपने घर और मस्जिद में छिपा लिया ।

इमाम ने बीबीसी को बताया कि मैंने पहले महिलाओं को मेरे घर और पुरुषों को मस्जिद में ले गया। आमतौर पर नाइजीरिया के मध्य क्षेत्र में खेती करने वाले समुदाय और खानाबदोश चरवाहे अक्सर हिंसा करते हैं।

साल 2016 से एक रिपोर्ट में सुझाव दिया गया कि नाइजीरिया के देहाती संघर्ष में लोगों की मृत्यु बोको हराम के कारण हुई। यदि इमाम हस्तक्षेप नहीं करते तो उनकी हत्या हो सकती थी क्योंकि सशस्त्र चरवाहों ने इस मुस्लिम गांव में धावा बोल दिया था।

ग्रामीणों में से एक ने भगदड़ का वर्णन किया और कहा कि सबसे पहले गांव पर हमला किया फायरिंग शुरू कर दी। जब हमलावरों ने सुना कि ग्रामीण मस्जिद की ओर भागे हैं तो उन्होंने इमाम से उनको बाहर लाने की  मांग कि लेकिन इमाम ने इनकार कर दिया और उन्हें मस्जिद में प्रवेश से रोक दिया।

चरवाहों ने मस्जिद और उसके घर जलाने की धमकी भी दी। ग्रामीण पांच दिनों से इमाम के साथ रहे और बाद में विस्थापित लोगों के लिए शिविर में चले गए।