पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर आपत्तिजनक ट्वीट कर सुर्खियां बटोरने वाले निखिल दधीचि ने इंडियन एक्सपेस को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें नहीं पता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्वीटर पर उन्हें क्यों फॉलो करते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में दधीचि ने बताया, ‘मुझे खुद नहीं पता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर क्यों फॉलो करते हैं। पिछले संसदीय चुनाव में मैंने उन्हें आखिरी बार देखा था। मैं ट्विटर सहित सोशल मीडिया पर सक्रिय रहा हूं। जहां पीएम मोदी ने मुझे खोजा। जो स्वामी विवेकानंद के साथ मेरे आदर्श रहे हैं।’
निखिल को भले ही न पता हो कि उन्हें प्रधानमंत्री ट्विटर पर क्यों फॉलो करते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री का उन्हें फॉलो करना महंगा ज़रूर पड़ा है, इससे नाराज़ लोगों ने सोशल मीडिया पर #blocknarendramodi नाम का कैम्पेन चलाया, जिसके बाद बड़ी तादाद में लोगों ने पीएम को ट्विटर पर ब्लॉक किया है।
दधीचि ने बताया, ‘बहुत सारे लोगों ने गौरी लंकेश की मौत पर सकारात्मक और नकारात्मक ट्वीट किए। मैं गौरी लंकेश से कभी नहीं मिला और ना ही उनका कभी नाम सुना। ट्वीट से पहले मुझे कोई नहीं जानता था। कुछ लोगों ने मेरे ट्वीट को राजनीतिक एंगल दिया और विवाद पैदा किया। मुझे अंजान फोन आए जिनसे अच्छे और बुरे दोनों तरह के अनुभव हुए।’
दधीचि ने बताया कि मेरे ट्वीट के बाद भूचाल आ गया। मेरा परिवार तनाव में था। मेरे बड़े भाई जयंत और रिश्तेदारों ने मुझे सलाह दी की मैं किसी रिश्तेदार के यहां चला जाऊं। और अपना फोन स्विच ऑफ कर लूं। लेकिन सोशल मीडिया पर सक्रिय दोस्तों ने मेरा समर्थन किया। दधीचि के अनुसार उन्हें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और भाजपा उत्तरी गुजरात मीडिया सेल के इंचार्ज पराग सेठ भी फॉलो करते हैं।
मूल रूप से बीकानेर के रहने वाला दधीचि सूरत में नियमित रूप से आरएसएस शाखा जाता है। बता दें कि निखिल ने अपने आपत्तिजनक ट्वीट को बाज में जाएज़ भी ठहराया था लेकिन बाद में वायरल होने पर यह ट्वीट डिलीट कर दिए थे।