राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया कांड में आज सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाने वाला है।
कोर्ट के फैसला के बारे में निर्भया की मां ने कहा कि हमें फैसले को लेकर डर तो है कि कोर्ट का क्या फैसला आएगा, लेकिन हमें कोर्ट से उम्मीद है हमारी बच्ची का दर्द समझेगा।
अगर आज उन्हें फांसी नहीं मिली तो कभी हमारे समाज में बेटियों और महिलाओं को इंसाफ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि इतने सालों में कई बार खुद को टूटा हुआ महसूस किया, कई बार लगा की न्याय नहीं मिलेगा।
मीडिया से बात करते हुए निर्भया की माँ ने कहा कि आज भी देश में कुछ दरिंदे ऐसे हादसों को अंजाम दे रहे हैं। सरकार के लिए ये छोटी सी बात है कि रेप हो गया। उन्हें इस तरह के हादसों से कोई फर्क नहीं पड़ता। किसी लड़की का रेप हो जाने के बाद टीवी पर बयान देने और डिबेट करने से क्या हल निकलेगा।
जब तक इस अपराध के खिलाफ कोई कड़ा क़ानून नहीं बनाया जाएगा। तब तक किसी को न्याय नहीं मिल सकता। सरकार का इस मुद्दे पर संवेदनशील होना काफी जरूरी है।
अक्सर देश में नेता और आम लोग भी कहते हैं कि हम महिलाओं का सम्मान करते हैं लेकिन उसे अमल में नहीं लाते हैं। सरकार को अपनी सोच बदलने की जरुरत है।
लड़की के साथ हुए अन्याय के बारे में कोई नहीं सोचता और लड़कों को बचाने के लिए कई लोग खड़े हो जाते हैं।