राज्यसभा में जदयू के उपनेता पद से निलंबित किए गए पार्टी के बागी नेता अली अनवर ने पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ उसूलों की जंग छेड़ने का ऐलान करते हुए कहा, कि वह इस लड़ाई को जनता के बीच लेकर जाएंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस के नेतृत्व में 16 विपक्षी दलों की बैठक में भाग लेने के कारण श्री अनवर को संसदीय पार्टी से निलंबित कर दिया गया था और पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री शरद यादव को भी राज्यसभा में संसदीय दल के नेता के पद से हटा दिया गया।
पिछड़े मुसलमानों के नेता श्री अनवर ने श्री कुमार से अपनी लड़ाई को व्यक्तिगत नहीं बल्कि उसूलों की लड़ाई करार देते हुए पत्रकारों से कहा कि वह राज्यसभा में पार्टी के नेता श्री यादव के कहने पर ही विपक्ष की बैठक में भाग लेने गए थे। क्योंकि कल तक सदन में वही नेता थे और वह पार्टी के संस्थापक भी हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह उन्होंने बैठक में भाग लेकर कोई गलत काम नहीं किया लेकिन श्री कुमार ने उन्हें तुरंत संसदीय पार्टी से निलंबित कर दिया। उसूलों के लिए किसी भी तरह की क़ुरबानी छोटी होगी। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि वह पार्टी से निलंबन के संबंध में भी डरने वाले नहीं हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह लोग जदयू से निकाले पर राजद में शामिल होंगे। श्री अनवर ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वे लोग कॉलेज, विश्वविद्यालय और गांव-गांव जाकर जनता के सामने अपनी बात रखेंगे और सिविल सोसाइटी, युवाओं और छात्रों को एकजुट करंगे। देश की साझी विरासत को बचाने के लिए सिविल सोसायटी का आंदोलन शुरू करेंगे।