बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गोरक्षकों के सामने एक उदाहरण पेश करने की कोशिश की कि सिर्फ भाषण से ही नहीं बल्कि आवारा गायों और पशुओं की सही देखभाल कर उनकी सेवा की जा सकती है.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पटना साहिब में एक गौशाला का निर्माण किया गया है, जिसमें आवारा गायों की देखभाल की जा रही है. यहां पर करीब 100 लावारिस गायों की देखभाल की जा रही है. इन आवारा गायों के गोबर और मूत्र का उपयोग आर्गेनिक खाद बनाने में किया जायेगा.
पटना साहिब में स्थित यह श्रीकृष्ण गौशाला यूं तो वर्षों पुराना है, लेकिन इसी एक हिस्से में आवारा पशुओं खासकर गायों के रहने की व्यवस्था सरकार की तरफ की गई है. ये ऐसी गायें हैं, जो पटना की सड़कों पर आवारा घूमती थीं और सड़क की ट्रैफिक व्यवस्था को भी प्रभावित करती थी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो महीने पहले पटना के डीएम को निर्देश दिया था कि ऐसी गायों को रखने के लिए एक जगह बनाई जाये. मुख्यमंत्री ने यह निर्णय उस समय गोरक्षा के नाम पर हो रही गुंडागर्दी के मद्देनजर लिया था. अगर गाय की रक्षा ही करनी है, तो इसकी सेवा की जाये.