राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुखिया शरद पवार ने शनिवार को कहा कि किसी भी सरकार को तलाक से संबंधित इस्लामी कानूनों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। पवार ने औरंगाबाद में पार्टी की एक रैली में कहा कि अगर तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाना महिलाओं की सुरक्षा के लिए है तो उसे मुस्लिम समुदाय की जानी-मानी हस्तियों और आलिमों को विश्वास में लेकर करना चाहिए।
हाल में संपन्न संसद के शीतकालीन सत्र में मुस्लिम महिला : विवाह से संबंधित अधिकारों की रक्षा: विधेयक-2017 पारित किया था लेकिन राज्यसभा में यह विधेयक पारित नहीं हो सका। विपक्ष ने इसे विस्तृत पड़ताल के लिये प्रवर समिति के पास भेजने की मांग की थी। मसौदा कानून के अनुसार फौरी तीन तलाक देने वाले व्यक्ति को तीन साल के कारावास की सजा होगी।
पवार ने राजग सरकार की कृषि नीतियों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसल की अच्छी कीमत नहीं मिल रही है और सरकार किसानों की आत्महत्या के बारे में चिंतित नहीं है।