UP के इस गाँव में नहीं है कब्रिस्तान, शव को अपने ही घर में दफनाने को मजबूर हुए मुसलमान

यूपी के इटावा जिले के चकरगनर मे एक ऐसी मुस्लिम बस्ती है जहां के लोगों ने मरने वाले लोगों को अपने घरों में ही दफनाना शुरू कर दिया है।

चकरनगर इलाके में स्थित ताकिया बस्ती में रहने वाली सुशीला बेगम काफी दुखी होकर कहती हैं कि हमारे पास न दौलत हैं, न ही कुछ और। हमें तो सिर्फ दो गज़ जमीन चाहिए लेकिन हम इतने बदकिस्मत हैं कि हमें वो भी नहीं मिल रही ।

इस इलाके में सिर्फ सुशीला बेगम ही इस मुसीबत से नहीं जूझ रही, दरअसल यहाँ रहने वाले 70-80 मुस्लिम परिवारों की भी यही परेशानी है।
ये लोग इतने मजबूर हो गए हैं कि इन्होने अपने पुरखों को अपने छोटे-छोटे घरों या घरों के नाम पर सिर्फ कमरों में ही दफनाने का फैसला ले लिया।

इस बस्ती में प्रशासन ने कब्रिस्तान नहीं बनाया है। असल में ये समस्या आज की नहीं बल्कि बहुत ही पुरानी है, ये बस्ती फकीर मुसलमानों की है। बस्ती के लोगों का कहना है कि यहाँ पर कब्रिस्तान बनवाने के लिए हमने हर जगह दरख्वास्त दी, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

इटावा के प्रशासनिक अधिकारी भी तकिया में कब्रिस्तान न होने की बात से वाकिफ हैं।

इटावा की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे कहती हैं कि आस-पास खाली जमीन है ही नहीं। किसी की निजी जमीन दी नहीं जा सकती है। हमने इन लोगों को बस्ती से कुछ दूरी पर जमीन मुहैया कराई थी लेकिन ये लोग कब्रिस्तान बनाने को राजी नहीं है।