भाजपा में ‘सेक्युलर’ की नहीं सिर्फ ‘कट्टर नेताओं’ की ही सुनी जाती है: रामविलास पासवान

नई दिल्ली: एनडीए गठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियां अब भाजपा सरकार की विचारधारा को लेकर कई तरह के सवाल उठाने शरू कर दिए हैं। भाजपा के सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रविवार को पटना में गठबंधन को लेकर बगावती तेवर दिखाए हैं। उनहोंने कहा है कि भाजपा में सकयुलर नेताओं की नहीं सिर्फ कट्टर नेताओं कि ही सुनी जाती है।

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खबर के मुताबिक, रामविलास पासवान ने पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अल्पसंख्यकों और दलितों के प्रति भाजपा के रवैये पर सवाल उठाया है। उनहोंने कहा है कि भाजपा को अल्पसंख्यकों और दलितों को लेकर अपनी जनधारणा में बदलाव करने जरूरत है। इसके अलावा उनहोंने भाजपा पर भेदभाव का भी आरोप लगाया है। उनहोंने भाजपा पर वरिष्ट नेताओं की बात को दबाने व कुछ ख़ास लोगों को तवज्जो देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा में सकयुलर नेताओं की नहीं सिर्फ कट्टर नेताओं कि ही सुनी जाती है।

बता दें कि इससे पहले विशेष राज्य के मुद्दे पर आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) पहले ही एनडीए का साथ छोड़ चुकी है। तो वहीं महाराष्ट्र में शिवेसना भी लगातार भाजपा की राजनीति पर निशाना साध रही है।

गौरतलब है कि भाजपा की राजनीति से अब खुद सहयोगी दल भी पार्टी से खुश नहीं है। ऐसे में ये केंद्र सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी। सबका साथ, सबका विकास का नारा देने वाली पार्टी आज खुद के समर्थकों से दूर जाते हुए दिख रही है।