सोहराबुद्दीन मामला: गवाह ने कहा- ‘आपटे परिवार को नहीं देखा कभी’

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में सोमवार को चार गवाहों को पेश होना था, लेकिन इनमें से दो ही आए और बयान सिर्फ एक के हुए। जिस गवाह के बयान हुए उसके बयान चार्जशीट से नहीं मिलने पर उसे होस्टाइल घोषित किया गया।

वहीं दूसरा गवाह शिल्पन सिंह के बयान आरोपी गुजरात पुलिस निरीक्षक एनवी चौहान से संबंधित थे। एनवी चौहान के उपस्थित नहीं होने पर काेर्ट ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया और पेश होने की मंगलवार को तारीख दी है।

सोमवार को कोर्ट में नगीनभाई राठौड़ पेश हुए। ये महाराष्ट्र में एक सरकारी स्कूल के टीचर हैं। सीबीआई चार्जशीट के अनुसार नगीनभाई को सीबीआई ने उस पंचनामा का गवाह बनाया था, जिससे संबंधित कागज आपटे परिवार के एक सदस्य को सुनाया गया था।

यह आपटे परिवार उस बस में बैठा था, जिस बस से गुजरात आईपीएस ऑफिसर आरके पंड्यन ने टीम के साथ बस रुकवाकर सोहराबुद्दीन और कौसरबी को उतारा था। इसके बाद सोहराबुद्दीन का एनकाउंटर हुआ था।

चार्जशीट में शामिल नगीनभाई के बयान में लिखा है कि आपटे परिवार को उनके सामने सीबीआई ने सोहराबुद्दीन और कौसरबी की फोटो दिखाई थी, जिसकी आपटे परिवार ने पहचान की थी और गुजराती में लिखावट के एक कागज को मराठी में ट्रांसलेट कर आपटे परिवार को सुनाया था।

लेकिन सोमवार को जब नगीनभाई कोर्ट में पेश हुए तो उन्होंने कहा कि उन्होंने आपटे परिवार को कभी देखा ही नहीं है और उनके सामने कोई फोटो भी किसी को नहीं दिखाई गई थी।

सीबीआई ने उन्हें बुलाया था और एक पेज जो गुजराती में लिखा था, उसे मराठी में ट्रांसलेट करने को कहा था, जिसे मैंने ट्रांसलेट किया था। इसके अलावा न तो आपटे परिवार मेरे सामने आया था और न ही आपटे परिवार को मेरे सामने कोई फोटो दिखाई गई थी। इस पर सीबीआई ने इस गवाह को होस्टाइल घाेषित कर दिया।