गठबंधन में शामिल होने के सिवा BSP सुप्रीमो मायावती के पास अब कोई चारा नहीं!

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को पूरा यकीन है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में वह बीजेपी को हराने के लिए महागठबंधन बना लेंगे। अखिलेश का साथ ही कहना है कि वह इसके लिए बसपा सुप्रीमो मायावाती की शर्त मानने के लिए तैयार हैं।

अखिलेश यादव ने लखनऊ में पत्रकारों से कहा, ‘बीजेपी से सभी लोग निराश हैं और वे उन्हें सत्ता से बाहर कर देना चाहते हैं। मैं आपको यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि यूपी में महागठबंधन बनेगा। वक्त आने दीजिए… हम निश्चित रूप से 2019 के लिए महागठबंधन करेंगे। सारा विपक्ष अगले आम चुनाव में बीजेपी को हराना चाहता है।

अखिलेश का यह बयान ऐसे वक्त सामने आया है, जब एक दिन पहले ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि उनकी पार्टी सम्मानजनक सीटें मिलने की स्थिति में ही किसी के साथ गठबंधन करेगी। अगर ऐसा नहीं होता है कि वह अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।

इससे पहले दिल्‍ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने गठबंधन को लेकर कहा था, ‘उत्तर प्रदेश में बीजेपी को महागठंबधन ही रोक सकता है। अगर इसके लिए हमें दो कदम पीछे खींचने पड़ते हैं, तो हम तैयार हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि उनका एजेंडा देश को बचाना है और इसके लिए भाजपा को हटाना जरूरी है।

बता दें कि रविवार को ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने नए बंगले 9 मॉल एवेन्यू से मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान गठबंधन पर मायावती ने बड़ा बयान दिया।

उन्होंने कहा​ कि बसपा गठबंधन के खिलाफ नहीं है, लेकिन बसपा सम्मानजनक सीट मिलने पर ही साथ लेगी। सम्मानजनक सीट ना मिलने पर बसपा अकेले लेगी।

दरअसल समस्या गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर ही है। मायावती के बार-बार सम्मानजनक सीटें हासिल करने पर ही गठबंधन की बात में स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बसपा को अच्छी सीटें दे। तभी यूपी में कुछ उम्मीद करे।

बता दें लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। अभी तक इन राज्यों में कांग्रेस ने बसपा समेत तमाम सहयोगी दलों को लेकर गठबंधन का कोई ऐलान नहीं किया है। खुद मायावती भी साफ कर चुकी हैं कि अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई चर्चा नहीं है।