NSG कमांडो पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में नज़र आयेंगे

नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस के मौक़े पर राजपथ पर होने वाली परेड में ऐसा पहली बार होगा जब  नेशनल सिक्योरिटी  गार्ड्स(एनएसजी) के एनएसजी कमांडो का दस्ता भाग लेगा| एनएसीजी के मार्चिंग दस्ते में डॉग स्क्वायड  और बम निरोधक दस्ते भी होंगे | एनएसजी के कमांडो अब तक परेड की सुरक्षा व्यवस्था में ही लगे रहते थे लेकिन इस बार ये भी दूसरे जवानों के साथ कदम-ताल करते नजर आयेंगे |  एनएसजी के जाबांज कमांडो ने इसके लिए रिहर्सल शुरू कर दी है|

परेड के दौरान ही बख्तरबंद गाड़ी के ऊपर खास सीढ़ी पर एक कमांडो चढ़ा हुआ दिखाई देगा जिससे पता चलता है कि अगर किसी ऊंची बिल्डिंग या फिर प्लेन पर चढ़ना हो तो कैसे चढ़ा जाता है |  इससे ये भी पता चलता है कि अगर आतंकियों ने किसी बिल्डिंग में किसी को बंधक बनाया हो या फिर विमान हाईजैक हो जाने वाले हालात से कैसे निपटा जाता है उसका एक छोटा सा नमूना भी परेड में दिखेगा |

करीब 100 ब्लैक कैट कमांडो परेड में अपने पारंपरिक काले कॉम्बेट ड्रेस मेंहिस्सा लेंगे |. मार्च-पास्ट में 72 कमांडो हिस्सा लेंगे और इसके अलावा बाकि कमांडो ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाली खास गाड़ियों में होंगे |  आतंकियों के बीच खौफ का पर्याय बन चुके एनएसजी के कमांडो अपने युद्धघोष यानी वॉर क्राई हैं ना, हैं ना, हिंदुस्तान’ के साथ राजपथ पर मार्च पास्ट करेंगे और उनके हाथों में उनका खास हथियार एमपी-राइफल भी होगा|

देश के भीतर किसी भी तरह के आतंकी हमलों से निपटने के लिए 1984 में एनएसजी का गठन हुआ था| मुंबई में हुए आतंकी हमले और गुजरात के अक्षरधाम मंदिर में आतंकी हमले के दौरान इन कमांडो ने बेहतर प्रदर्शन किया है | इस सब के दौरान एनएसजी के जवानों को इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ी |