NSG मामला: भारत पर न्यूजीलैंड का रूख नर्म, लेकिन तुर्की पाकिस्तान के साथ

न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में भारत की एंट्री को लेकर न्यूजीलैंड ने अपना रुख नर्म कर लिया है। वहीं दूसरी ओर तुर्की अब भी पाकिस्तान के साथ नजर आ रहा है। न्यूजीलैंड ने कहा है कि NSG के मेंबर्स बढ़ाने के लिए एक क्राइटेरिया होना चाहिए और सिर्फ किसी एक देश को इसमें शामिल करने के लिए ग्रुप को नहीं बढ़ाना चाहिए। 48 देशों के ग्रुप NSG की पिछली मीटिंग 9 जून को हुई थी। अगली मीटिंग 24 जून को होगी।

तुर्की ने सीधे तौर पर तो भारत को मेंबरशिप दिए जाने का विरोध नहीं किया लेकिन उसने कहा है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों की एप्लीकेशन को एक साथ देखा जाना चाहिए। सरताज अजीज ने तुर्की को उसके स्टैंड के लिए शुक्रिया कहा है।

बता दें कि पिछले हफ्ते NSG मेंबर्स की वियना में मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग के बाद खबरें आई थीं कि तुर्की उन चंद देशों में शामिल है जो NSG में भारत को मेंबरशिप दिए जाने का विरोध कर रहे हैं।

खबर थी कि न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड और साउथ अफ्रीका भी भारत को NSG का मेंबर बनाए जाने के फेवर में नहीं हैं क्योंकि भारत ने अब तक एनपीटी पर दस्तखत नहीं किए हैं।

न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रिया से अमेरिकी फॉरेन सेक्रेटरी जॉन केरी ने बात की थी। केरी ने NSG के सभी मेंबर्स को लेटर लिखकर अपील की थी कि वो भारत को मेंबरशिप दिए जाने का समर्थन करें। माना जा रहा है कि इसके बाद ही न्यूजीलैंड के रुख में बदलाव आया है।