विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को संयुक्त अरब अमीरात में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक को संबोधित करते हुए आतंकवाद का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। आतंकवाद लोगों का जीवन बर्बाद कर रहा है और क्षेत्रों को अस्थिर कर रहा है। यह दुनिया को जोखिम में डाल रहा है।
#WATCH live from Abu Dhabi: EAM Sushma Swaraj addresses the OIC conclave as the Guest of Honour.. https://t.co/ZL3wreLDXj
— ANI (@ANI) March 1, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, इस दो दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुई स्वराज ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा हो भी नहीं सकता।’’ स्वराज ने अपने संबोधन में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया।
‘None of Allah’s 99 names means violence’: Sushma Swaraj at OIC conclave https://t.co/cwrGXhK3cF pic.twitter.com/7nAOWxH5Dy
— The Siasat Daily (@TheSiasatDaily) March 1, 2019
57 सदस्यीय इस्लामिक समूह की बैठक में स्वराज ने कहा, ‘‘जैसे की इस्लाम का मतलब अमन है और अल्लाह के 99 नामों में से किसी का मतलब हिंसा नहीं है। इसी तरह दुनिया के सभी धर्म शांति, करुणा और भाईचारे का संदेश देते हैं।’’
अल्लाह का मतलब शांति है। आतंक को संरक्षण और पनाह देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। आतंकी संगठनों को की जा रही फंडिंग रुकनी चाहिए। इस्लाम शांति सिखाता है।