पश्चिमी यूपी का कासगंज शहर इस समय सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहा है. इस बीच खबर के मुताबिक तिरंगा यात्रा के दौरान लखीमपुर से अलीगढ़ लौट रहे 35 साल के अकरम हबीब जो की साम्प्रदायिक हिंसा में गम्भीर रूप से घायल हुए थे.
उनकी आंख को नहीं बचाया जा सका. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एहतेशाम ने बताया कि शुक्रवार की रात को अलीगढ़ से लखीमपुर खीरी जाने के दौरान हिंसा का शिकार हुए 31 वर्षीय मोहम्मद अकरम की आंख में गम्भीर चोटें लगी थीं.
हमारे तमाम प्रयासों के बावजूद उनकी आंख को नहीं बचायी जा सका . डॉक्टर ने बताया कि अकरम अब खतरे से बाहर है और उसकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है. एहतेशाम ने बताया कि कासगंज हिंसा के दौरान पैर पर गोली लगने से घायल हुए नौशाद नाम के युवक का भी जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. वह भी खतरे से बाहर है.