न्यूज़ीलैंड में दो मस्जिदों पर आतंकी हमले के बाद मामले को संभालने पर न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न को शांति के नोबल पुरस्कार के लिए नामित किए जाने की मांग शुरू हो गई है। न्यूज़ीलैंड हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री आर्डर्न को शांति के नोबल पुरस्कार के लिए नामित करने से संबंधित दो प्रस्तावों पर हस्ताक्षर का अभियान शुरू हुआ है।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, इन प्रस्तावों में एक चेंज डाट ओआरजी की ओर से चार दिन पहले शुरू किया गया जिस पर 3 हज़ार से अधिक दस्तख़त हो चुके हैं जबकि फ़्रांसीसी वेबसाइट आवाज़ डाट ओआरजी की ओर से दूसरी पेटीशन पर एक हज़ार से अधिक हस्ताक्षर हो चुके हैं।
We hope that @NobelPrize committee will genuinely think to award Nobel Peace Prize 2019 to New Zealand PM @jacindaardern for being Great Leader full of Love, Passion, Peace, Fairness, Equality in dealing with #ChristchurchTerrorAttack #JacindaArdernForNobelPeacePrize2019
— Yacoub الخضر Al-Khder (@YacoubAlKhder) March 22, 2019
फ़्रांसीसी पेजेज़ की ओर से कहा गया है कि क्राइस्ट चर्च की खेदजनक घटना पर न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री ने स्पष्ट और शांतिप्रेमी प्रतिक्रिया दिखाई, हम चाहते हैं कि आने वाले नोबल पुरस्कार को वह हासिल करें।
ज्ञात रहे कि पिछले हफ़्ते न्यूज़ीलैंड में आतंकी हमलों के बाद न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री ने जो क़दम उठाए उनकी दुनिया भर में तारीफ़ की गई। उनके प्रयासों की सराहना में ख़लीफ़ा टावर को एक हिजाब वाली मुस्लिम महिला से गले मिलते हुए उनकी तसवीर से रोशन किया गया।इसके अलावा न्यूयार्क टाइम्ज़ में एक संपादकीय में उनकी भूमिका की बहुत प्रशंसा की गई।
इस संपादकीय का शीर्षक था अमरीका भी जैसिंड आर्डर्न जैसी महान नेता का हक़दार है। संपादकीय में लिखा गया है कि दुनिया को आर्डर्न से सीखना चाहिए न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री ने भय का जवाब दिया। आगे लिखा गया है कि इसके अलावा न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री ने गन कंट्रोल से संबंधित मामले को संभाला।