छत्तीसगढ़ के दुर्ग में खुला ‘शिक्षित बेरोजगार पकौड़ा सेंटर’, विधायक ने तले पकौड़े

नई दिल्ली: पीएम मोदी द्वारा पकौड़े बेचने को रोजगार बताये जाने के बाद से अब देश में इस बात को लेकर सियासत काफी तेज हो गई है। जहां एक तरफ विपक्षी दलों ने इस बयान को लेकर पीएम मोदी और सत्ताधारी भाजपा की जमकर आलोचना की है। तो दूसरी तरफ युवा वर्गों में भी इस बात को लेकर देश के कई जगहों पर पकौड़े का स्टॉल लगाकर विरोध प्रदर्शन किये हैं।

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खबर के मुताबिक, ताजा मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग का है जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय विधायक अरुण वोहरा की अगुआई में पकौड़े बेचे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने स्टॉल को ‘शिक्षित बेरोजगार पकौड़ा सेंटर’ नाम दिया। इस स्टॉल से 5 रुपये प्लेट के हिसाब से ‘जेटली पकौड़े’ और ‘रमन पकौड़े’ बेचे गए। अरुण वोहरा ने खुद स्टॉल पर पकौड़े तले। बता दें कि अरुण वोहरा सीनियर कांग्रेस नेता मोती लाल वोहरा के बेटे हैं।

इसके अलावा बेंगलुरु में बीते रविवार को पीएम मोदी की रैली से पहले कुछ युवक डिग्री वाला गाउन पहनकर पकौड़े बेचते नजर आए थे। फिर सोमवार को यूपी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पकौड़े बेचकर केंद्र सरकार पर हमला बोला।

वहीँ मंगलवार को ही इलाहाबाद में भी छात्रों ने पकौड़े तलकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जताया। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के डेमोक्रेटिक स्टूडेंट असोसिएशन ने पकौड़े बेचकर अपना विरोध जताया। यूनिवर्सिटी के यूनियन हॉल में छात्र इकट्ठे हुए और वहां स्टॉल लगाया।

बता दें कि पटना में भी आरजेडी के स्टूडेंट विंग ने पकौड़े बेचे। छात्रों ने ‘मोदी जी विदेश में, पकौड़े बेचो देश में’ नारे भी लगाए। बता दें कि पीएम के बयान पर कांग्रेस की ओर से पी चिदंबरम ने तीखा हमला बोला था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि अगर पकौड़े बेचना रोजगार है तो भीख मांगना भी नौकरी है।