गैर-मुस्लिम मेहमानों के लिए जर्मनी में मस्जिदों को सजा कर मनाया गया ‘एकता दिवस’

मंगलवार को जर्मनी में मुस्लिम समुदाय ने दूसरे समुदाय के लोगों के लिए करीब एक हज़ार मस्जिदों के दरवाज़े खोलकर एकता दिवस मनाया। इस दौरान “अच्छे समुदाय, बेहतर समाज” का नारा भी बुलंद किया गया।

इस मौके पर तमाम मस्जिदों को गैर-मुस्लिम मेहमानों के लिए सजाया गया। बच्चों के खेलने के लिए झूले और कल्चरल प्रोग्राम्स किए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कार्यक्रम में हज़ारों ग़ैर-मुस्लिमों ने शिरकत की और एक दूसरे को समझने की कोशिश की।

3 अक्टूबर को मनाए जाने वाले इस राष्ट्रीय त्यौहार को ओपन हाउस डे के नाम से जाना जाता है। जर्मनी में इसे 1997 से मनाया जा रहा है। इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग ग़ैर-मुस्लिमों को इस्लाम के बारे में बताते हैं।

बताया जाता है कि इस त्यौहार को मनाने का मकसद आपसी सौहार्द को बढ़ावा देना है और जर्मनी की ग़ैर-मुस्लिम आबादी से मेलजोल बढ़ाना है।