ओवैसी ने शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी को चुनौती दी

हैदराबाद। अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्ताहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के आरोप को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि मदरसों में आतंकवाद की तालीम दी जाती हैं और उनको बंद कर देना चाहिए।

सांसद ओवैसी ने रिजवी को शिया, सुन्नी या किसी भी इस्लामी विचारधारा के मदरसे में आतंकवाद की शिक्षा देने वाले एक मदरसे का नाम बताने की चुनौती दी। रिज़वी, जो ऐसी उत्तेजक टिप्पणी करने के प्रसिद्ध हैं, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को देश में सभी मदरसों को बंद करने और इनको सामान्य शिक्षा प्रणाली के तहत लाने के लिए पत्र लिखा है।

विवादित शिया नेता रिजवी ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों में केवल मुट्ठी भर लोग हैं जिन्होंने मदरसों में अध्ययन किया और इन्होंने मदरसों में पढ़ाई के बाद आधुनिक शिक्षा हासिल की है, लेकिन मदरसों से बाहर आने वाले आतंकवादियों की संख्या बहुत अधिक है। ओवैसी ने इस पत्र पर कहा कि रिजवी सबसे बड़े अवसरवादी हैं। साथ ही ओवैसी ने रिजवी को जोकर बताया। ओवैसी ने अपनी आत्मा आरएसएस को बेच दी है।

मैं रिजवी को चुनौती देता हूं कि वह एक भी ऐसा मदरसा बता दें जहां इस तरह (जैसा रिजवी ने पत्र में जिक्र किया है) की पढ़ाई हो रही है। यदि उनके पास सबूत हैं तो उन्हें इसे गृहमंत्री को सौंपना चाहिए। यदि नहीं, तो उन्हें चुप रहना चाहिए और पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। हाल ही में रिजवी ने कहा था कि मुसलमानों को बाबरी मस्जिद का दावा छोड़ देना चाहिए और कहा कि उन्हें लखनऊ में मस्जिद बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।