अलवर: ‘खुद को हिन्दू बताकर गौरक्षक दल के गुंडों के चंगुल से बच निकला अर्जुन’

राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों के हमले में मारे गए पहलू खान के एक साथी ने कहा है कि अगर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो भीड़ उन्हें आग के हवाले कर देती। वहीं दूसरी तरफ पहलू खान के पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर को गौरक्षकों में धमकी दी है कि अगर उन्होंने रिपोर्ट नहीं बदली तो उनकी हत्या कर दी जाएगी।

अस्पताल में भर्ती अजमत ने बताया, “सबसे पहले मुझे खींच कर गाड़ी से उतारा गया। जब तक कुछ समझ पाता, उन्होंने हमारे सारे पैसे छीन लिए। हमने गाय की खरीद के सरकारी काग़ज़ात दिखाए लेकिन उन्होंने कुछ नहीं सुना, बल्कि उन्हें फाड़कर फेंक दिया।”

उन्होंने कहा कि गौरक्षकों को उन लोगों ने नगर निगम की तरफ से मिला परमीट लेटर भी दिखाया लेकिन इसके बावजूद उनके और उनके साथियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि मेरे सामने पहलू खां की बुरी तरह से पिटाई होने लगी। वे लोग लात, घूंसे, हॉकी, पत्थर, बेल्ट से मार रहे थे। मेरे सर में चोट आई है और कमर की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ है।

उन्होंने बताया कि गौरक्षकों ने लगभग आधे घंटे तक उनलोगों के साथ मारपीट की। उनके साथ एक ड्राईवर भी था जिसका नाम अर्जुन था लेकिन उसे गाड़ी से उतार कर भगा दिया गया। उसे उन्होंने एक थप्पड़ भी नहीं मारा।

उन्होंने कहा, “मुझे इतना मारा कि मैं कुछ देर के बाद बेहोश हो गया। जहां तक मुझे लगता है ये पब्लिक थी, बदमाश लोग थे। मुझे इतना सुनाई दे रहा था कि ये लोग डीजल निकालकर हम लोगों को जलाने की बात कर रहे थे।”

अजमत बोले , “अगर पुलिस न आई होती तो वो लोग हमें जला कर मार डालते। जब मुझे होश आया तो मैं अस्पताल में था और रात के एक या दो बजे होंगे।”

गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर जिले में विश्‍व हिंदू परिषद और बजरंग दल से जुड़े गौरक्षकों ने शनिवार शाम को राष्‍ट्रीय राजमार्ग-8 के नजदीक जगुआस क्रॉसिंग के पास दुधारू गायों को ले जा रहे पहलू खान और उनके साथियों हमला कर दिया था। इस घटना में पहलू खान की मौत हो गई थी। हालांकि वे गायें को फार्मिग के लिए ले जाई जा रही थीं।

राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने पुलिस को इस मामले में गौरक्षकों को को जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा सरकार मारपीट करने वाले 6 लोगों पर पांच-पांच हजार का ईनाम घोषित किया है।

गौरक्षकों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की है। बेहरोड़ पुलिस थाना इंचार्ज रमेश चंद के मुताबिक, बुधवार शाम को तीन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है जबकि बाकी की तलाश अब भी जारी है।