सुन्नी मत वाले सऊदी अरब और शिया सम्बद्ध ईरान के बीच प्रतिद्वंद्विता का लंबा इतिहास है। वे आज मध्य पूर्व में सीरिया से यमन तक संघर्ष के विरोधी पक्ष के तौर पर खड़े हैं।
डॉन की खबर के अनुसार, ईरानी दूतावास ने पाकिस्तान के तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष को उनके बनिगाला निवास में 2018 के आम चुनावों में उनकी पार्टी की जीत पर बधाई देने के लिए आमंत्रित किया था।
राजदूत हनोर्डोस्ट ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की तरफ से जीत की बधाई और शुभकामनाएं भी व्यक्त कीं। राजदूत ने खान से कहा कि ईरान क्षेत्रीय विकास में पाकिस्तान के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है और पाकिस्तान के साथ व्यापार का विस्तार करने के लिए भी उत्सुक है।
पीटीआई के बयान में कहा गया है कि उन्होंने ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन परियोजना पर पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की अपनी इच्छा व्यक्त की और कहा कि पाइपलाइन पाकिस्तान के भविष्य को बदल सकती है।
ईरान इस क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान के सुझावों का स्वागत करेगा। इमरान खान ने ईरानी राजदूत का धन्यवाद ज्ञापित किया और पाकिस्तान की ईरान समेत सभी पड़ोसियों के साथ व्यापार करने की इच्छा को दोहराया।