पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ सबूत मिलने पर इसके खिलाफ संयुक्त कार्रवाई करने की बात कही है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, ‘यदि अमेरिका देश में खतरनाक आतंकी संगठनों की मौजूदगी के बारे में सबूत देगा तो वह हक्कानी नेटवर्क को संयुक्त कार्रवाई के जरिये खत्म करने को तैयार है।’
सोमवार शाम को एक टॉक शो में आसिफ ने कहा, ‘देश में हक्कानी नेटवर्क के सुरक्षित पनाहगाह के सबूतों के साथ हमने अमेरिकी अधिकारियों से पाकिस्तान आने की पेशकश की है। यदि लक्षित क्षेत्रों में उन्हें हक्कानी नेटवर्क की किसी भी गतिविधि का पता चलता है तो अमेरिका के साथ हमारे सैनिक मिलकर उन्हें खत्म कर देंगे’।
अगस्त में अफगानिस्तान के लिए अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर हमला करते हुए इसे आतंकियों को समर्थन देने वाला देश बताया और अफगानिस्तान में पिछले 17 वषों से युद्ध कर रहे अमेरिकी सैन्यबलों का दुश्मन बताया था। अमेरिका व अफगान अधिकारियों ने हक्कानी नेटवर्क को पनाह देने के लिए पाकिस्तान को आरोपी ठहराया था।
विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने इस महीने के शुरुआत में अफगानिस्तान की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात करके उन्हें भी इसी तरह की पेशकश की थी।
अमेरिका की ओर से निंदा का हवाला देते हुए आसिफ ने कहा, ‘यदि ट्रंप प्रशासन हमपर दबाव बनाता है तो मित्र देश- चीन, रूस, इरान व टर्की हमारे साथ खड़े होंगे।‘ उन्होंने आगे कहा, यदि अमेरिकी विदेश मंत्री व रक्षा सचिव हमपर हुकूमत करने आ रहे हैं तो हम इसे नकार देंगे और वही करेंगे जो हमारे देश हित में होगा।