फिलिस्तीनी समाजिक कार्यकर्ता खालिदा जरार को इजराइल की एक सैन्य अदालत ने बिना किसी ट्रायल के 6 महीने के प्रशासनिक हिरासत में भेज दिया है। मानवाधिकार और महिलाओं के काम करने वाली खालिदा जरार को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था।
जरार पर फिलिस्तीन की आजादी के समर्थक लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन संगठन से जुड़ने का आरोप है। फिलिस्तीन जहां इस संगठन को आजादी के लड़ाई लड़ने वाला तंजीम मानता वहीं इजराइल इसे आतंकी संगठन करार देता है।
बता दें कि दो जुलाई को जरार की गिरफ्तारी के बाद इजराइली सेना ने अपने बयान में कहा था कि उनकी गिरफ्तारी पीएलसी के सदस्य के रूप में नहीं बल्कि पीएफएलपी से संबंधों को लेकर किया गया है।
पहले भी कई बार जरार को गिरफ्तार किया जा चुका है। 54 वर्षीय जरार को डेढ साल के कारावास के बाद जून 2016 में रिलिज किया गया। वर्तमान में कम से कम 13 फिलिस्तीनी नेताओं इजरायल की जेलों में बंद है जिनकी रिहाई की मांग लगातार अंतरराष्ट्रीय लेवेल पर की जाती रही है।
फिलिस्तीनी प्रेजरर्स सेंटर फॉर स्टडीज़ के के मुताबिक, उनमें से कम से कम नौ नेता ऐसे हैं जिन पर किसी भी तरह का चार्ज नहीं है फिर भी उन्हें लगातार हिरासत में रखा गया है।