ट्रम्प की धमकी के बाद फ़िलिस्तीन ने कहा, येरूशलम बिकाऊ नहीं

फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के कार्यालय ने बुधवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ़िलिस्तीन को दी जाने वाली सहायता राशि में कटौती की धमकी दी है जिस पर राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि येरूशलम बिकाऊ नहीं है। अब्बास के प्रवक्ता नबील अबू रुदियाना ने एएफपी को बताया कि येरूशलम फ़िलिस्तीन राज्य की अनन्त राजधानी है और यह बिकाऊ नहीं है। ट्रम्प ने इजरायल की राजधानी के रूप में येरूशलम को संदर्भित किया।

यूएनआरडब्ल्यूए के प्रवक्ता क्रिस गननेस ने बुधवार को कहा कि उनके संगठन को अमेरिकी एजेंसी के वित्तपोषण में किसी भी बदलाव का संयुक्त राज्य प्रशासन द्वारा सूचित नहीं किया गया है। 6 दिसम्बर की इस घोषणा के बाद हाल के हफ्तों में विरोध प्रदर्शन किया गया है। बुधवार को रामल्ला के एक गांव में चौदह फिलिस्तीनियों की हत्या हुई है जिसमें 17 साल का एक किशोर भी शामिल है।

इससे पहले मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र के अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा था कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र राहत एवं निर्माण एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को धन मुहैया कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने फिलीस्तीनी शरणार्थियों की सहायता करने का काम किया है।

सोमवार को इजरायल सीनेट ने एक विधेयक पारित किया जो इजरायली सरकार के लिए भविष्य के शांति समझौते के तहत येरूशलम के हिस्सों पर फिलीस्तीनियों को सौंपने में अधिक कठिन बना देगा।

अब्बास ने इस विधेयक की निंदा की है। ट्रम्प ने अचानक अमेरिकी नीतियों को उलट दिया जब उन्होंने येरूशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता दी जिससे फिलीस्तीनियों और अरब देशों से नाराजगी पैदा की और यह वाशिंगटन के पश्चिमी सहयोगियों के बीच चिंता का विषय था। वह अमेरिका के दूतावास को तेल अवीव से येरूशलम ले जाने की भी योजना बना रहा है।