जुनैद हत्याकांड: आरोपियों के गांव में पंचायत, पुलिस पर बेगुनाहों को पकड़ने का आरोप

गाजियाबाद-मथुरा शटल में हुए जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार चार आरोपी खांबी गांव के हैं। आरोपी प्रदीप, रामेश्वर, गौरव और चंद्रप्रकाश की गिरफ्तारी को लेकर शुक्रवार को गांव में बड़ी चौपाल पर पंचायत की गई। पंचायत में मौजूद लोगों ने सभी गिरफ्तार लोगों को निर्दोष करार दिया।

पंचायत में फैसला किया गया कि पुलिस अगर निष्पक्ष जांच नहीं करती तो अगली रणनीति की रूपरेखा तैयार की जाएगी। 22 जून की देर शाम दिल्ली से ईद की शॉपिंग कर लौट रहे जुनैद की ट्रेन में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।

पंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि 27 जून की रात पुलिस ने गांव में जो छापेमारी की वह गलत है। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस ने दरवाजों को तोड़कर घर में प्रवेश किया, इससे गांव के लोग डरे हुए हैं।

लोगों ने कहा कि पुलिस ने चार निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। रेड के दौरान महिलाओं से बदतमीजी का आरोप भी लगाया गया। जो लोग गिरफ्तार हुए हैं उनसे न तो कोई मिल पाया है, न ही उनसे फोन पर बात कराई गई है। ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा देने की मांग की।

ग्रामीणों का कहना है कि जुनैद की हत्या के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, पर निर्दोष लोगों को फंसाया नहीं जाना चाहिए। रामदेव नाम के एक ग्रामीण ने कहा, ‘यह हत्या का मामला है और पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।

पुलिस हत्या में लिप्त मुख्य आरोपी को पकड़ने के बजाय निर्दोष लोगों को तंग कर रही है।’ एक महिला किशनवती ने कहा, ‘पुलिसकर्मी दरवाजे को तोड़कर मेरे घर में घुस गए थे। मेरी बेटी के सिर पर हथियार रखकर उसे धमकाकर चुप करा दिया था और उसके बाद लड़के को घर से ले गए थे।’

सरपंच पति हरिदत्त ने कहा कि पुलिस मुख्य आरोपियों को पकड़ने में विफल रही है। उन्होंने कहा, ‘पुलिस गांव के निर्दोष लोगों को फंसा रही है। अभी तो पंचायत में गांव के ही हजारों लोग जुटे हैं, जरूरत पड़ी तो क्षेत्र के लाखों लोगों को एकत्र कर महापंचायत और पुलिस के खिलाफ आदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।’

इस बीच जुनैद हत्याकांड का मुख्य आरोपी अभी भी जीआरपी की पहुंच से दूर है और पुलिस हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद नहीं कर सकी है। जीआरपी मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए स्केच का सहारा लेगी। जीआरपी अब शिकायतकर्ता की मदद से मुख्य आरोपी का स्केच तैयार करवाएगी।