चेन्नई| तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम अपने समर्थकों के साथ जयललिता की मौत की न्यायिक जांच की मांग को लेकर एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। यह विरोध प्रदर्शन तमिलनाडु, पुडुचेरी और करइकल के सभी जिला मुख्यालयों पर हो रहा है। विरोध प्रदर्शन शाम पांच बजे तक चलेगा।
पन्नीरसेल्वम गुट से जुड़े ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के सांसद और विधायक भी इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। पन्नीरसेल्वम गुट के सदस्यों ने जयललिता के निधन की स्थितियों पर संदेह जताया है। पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री रहने के दौरान जयललिता की मौत की न्यायिक जांच की घोषणा की थी।
तमिलनाडु की सरकार ने 6 मार्च को जयललिता की चिकित्सा संबंधी जानकारी को सार्वजनिक करते हुए कहा था कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा मिली थी। जयललिता दिल का दौरा पड़ने से एक दिन पहले पूरी तरह होश में थीं और हृदयाघात के बाद ही उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और आखिरकार उनकी मृत्यु हो गई। उनका इलाज करने वाले एम्स के डॉक्टरों की रिपोर्ट में यह बात कही गई है, इसे सोमवार को ही सार्वजनिक किया गया।
इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलनीस्वामी ने कहा था कि अन्नाद्रमुक प्रमुख स्व. जे. जयललिता की मृत्यु में कोई रहस्य नहीं है जैसा कि कुछ हलकों द्वारा दावा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, जयललिता विभिन्न समस्याओं को लेकर दो महीने से अधिक समय तक चेन्नई के अस्पताल में भर्ती थी और दिल का दौरा पड़ने के बाद ही उनका निधन हुआ था।