योगी राज में फ़िर नहीं मिली एंबुलेंस, मरीज़ की मौत

उत्तरप्रदेश में एक और मरीज़ की जान एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से चली गई । खबर मुरादाबाद से है जहां एक मरीज़ की मौत समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से हो गई ।

जिला अस्पताल की लापरवाही और 108, 102 पर तेल न होने की वजह से सोमवार देर जिला अस्पताल में एक मरीज रामसिंह जो चार दिन से भर्ती था । उसकी हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर कर दिया लेकिन कई घंटे इंतज़ार करने पर एंबुलेंस का इंतजाम नहीं हुआ और राम सिंह ने ज़मीन पर पड़े-पड़े ही दम तोड़ दिया ।

परिजनों ने आरोप लगाया है कि अगर अस्पताल किसी एंबुलेंस इंतेजाम कर देता तो आज उनके रिश्तेदार की जान बच जाती। हालांकि डॉक्टर इस बात से इंकार कर रहे हैं कि अस्पताल की लापरवाही से रामसिंह की जान गई है । वो इस मौत के लिए परिजनों की जल्दबाज़ी को ज़िम्मेदार बता रहे हैं ।

डॉ एके अंसारी ने बताया कि राम सिंह को टीबी थी चार दिन से जिला अस्पताल में भर्ती था। रामसिंह को हायर सेंटर रेफर कर दिया था और परिवार को बता दिया था। लेकिन इन्होंने बिना बताया मरीज को नीचे लेकर आ गए और हमें बताया भी नहीं।

जैसे ही ये मामला मीडिया में आया और बात अस्पताल प्रशासन पर आई तो सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं कि मरीज़ को किस वजह से एंबुलेंस नहीं मिल पाई है ।

उत्तर प्रदेश के दूसरे जिलों की तरह मुरादाबाद में भी 108, 102 एम्बुलेंस सेवा लगभग ठप्प सी हो गयी है। इसकी वजह ईधन की कमी बताई जा रही है । जिला अस्पताल के पीछे ही आधा दर्जन से ज्यादा एम्बुलेंस खड़ी हैं। हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है जब एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से मरीज़ की मौत हुई हो लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है ।