जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की कार्रवाई का विरोध करने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती राजनितिक अखाड़े में चारों खाने चित्त हो गई हैं।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, 2019 लोकसभा चुनाव में महबूबा मुफ्ती न सिर्फ खुद चुनाव हार गई, बल्कि उनकी पार्टी पीडीपी भी सूबे में एक भी सीट हासिल नहीं कर सकी। वहीं, फारुख अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू कश्मीर की राजनीति में एक बार फिर से वापसी की है।
इस बार फारुख अब्दुल्ला न सिर्फ खुद श्रीनगर से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं, बल्कि उनकी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के प्रत्याशी अनंतनाग और बारामूला से चुनाव जीतकर संसद तक पहुंचने में सफल हुए हैं। इसके उलट, भाजपा ने लगभग इन्हीं मुद्दों के दूसरे पहलू पर घाटी की जम्मू, ऊधमपुर और लद्दाख सीट पर जीत हासिल की है।