त्रिपुरा के बाद अब तमिलनाडु में मूर्तियां तोड़े जाने के बाद एक नया मामला सामने आया है, जहां पर परियार मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। तमिलनाडु के वेल्लूर जिले में इस घटना के बाद हंगामा मच गया। इस पूरे मामले के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और सीपीआई कार्यकर्ता के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि पेरियार की मूर्ति चेहरे से क्षतिग्रस्त हुई है।
बता दें कि तमिलनाडु में ईवी रामास्वामी यानी पेरियार (1879-1973) ने प्रसिद्ध पेरियार आंदोलन चलाया था। यह आंदोलन नास्तिकता (या तर्कवाद) के प्रसार के लिए जाना जाता है। इसके बाद उन्होंने द्रविड़ कड़गम नाम से राजनीतिक पार्टी बनाई थी। इसकी विभिन्न शाखाओं और डीएमके जैसी द्रविड़ियन पार्टियों के सदस्यों ने खुले तौर पर नास्तिकता का प्रसार और उसे स्वीकार किया। हालांकि, समय बीतने के साथ ही इसके कुछ मानने वालों ने धर्म और धार्मिक रीतियों का पालन शुरू कर दिया, जिसके खिलाफ पेरियार ने जीवन भर संघर्ष किया था।
#BREAKING: Periyar statue vandalised in Tamil Nadu, one BJP and one CPI worker arrested by police. LISTEN IN as @Ahmedshabbir20 gives us more details #BJPvsLenin pic.twitter.com/w229qZDaR8
— TIMES NOW (@TimesNow) March 6, 2018