बड़ौदरा। खतरनाक स्विंग गेंदबाज इरफान पठान का क्रिकेट करियर क्यों खत्म हआ, इसका खुलासा पीएचडी की थीसिस में हुआ है. पूर्व महिला क्रिकेटर तनवीर शेख ने हाल ही में पठान के क्रिकेट करियर पर पीएचडी की है. तनवीर शेख ने 202 पेज की थीसिस में बताया है- आखिर कैसे क्रिकेट की ऊंचाइयां हासिल करने के बाद इरफान का करियर तेजी से ढलान पर पहुंचा.
तनवीर शेख की इस थीसिस का खुद इरफान पठान ने हाल ही में विमोचन किया. थीसिस के मुताबिक क्रिकेट खेलने के दौरान इरफान कई बार घायल हुए.
इस दौरान जो भी उन्हें सलाह देता, वह उसी को मानते रहे. सबकी सलाह मानना ही उनके लिए घातक साबित हुआ, यहीं से उनका डाउनफॉल शुरू हो गया. खुद इरफान पठान भी इस बात से सहमत हैं.
इरफान ने भी माना है, ‘2012 में मैं बहुत अच्छा परफॉर्म कर रहा था. तब मुझे यह पूरी उम्मीद थी कि मुझे टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा. लेकिन दुर्भाग्य से उसी समय मैं फिर चोटिल हो गया.
चोटिल होने के बाद भी 10 दिनों में से 9 दिन मैं मैदान पर खेलने गया, यह चोट मेरा टर्निंग प्वाइंट रहा.’ इस बारे में मीडिया से बात करते हुए इरफान ने कहा, ‘राखी पर मेरे लिए इससे अच्छा गिफ्ट नहीं हो सकता. तनवीर आपा ने तो मुझ पर पीएचडी कर दी.’
तनवीर शेख इरफान के पूर्व कोच मेहंदी शेख कि बेटी हैं. उन्होंने ‘अ केस स्टडी ऑन इंटरनेशनल क्रिकेटर इरफान पठान’ विषय पर शोध किया. जिसमें उनके गाइड अहमदाबाद के एचएल कॉलेज ऑफ कॉमर्स के फिजिकल एजुकेशन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ एनजे चनियारा रहे.
तनवीर ने बताया,’ मैंने अपनी पीएचडी की थीसिस के लिए इरफान की क्रिकेटिंग लाइफ का विषय चुना. इसके लिए मुझे 5 साल लगे. मैंने इरफान के टीम के साथी, कोच, उनके अंपायर, परिवार के सदस्यों और दोस्तों से बात की है. उन सभी ने उनकी प्रशंसा की.’
तनवीर ने कहा कि इस शोध को पूरा करने के लिए उन्होंने लगभग 200 लोगों को एक प्रश्नावली भेजी, जिसमें से 180 ने जवाब दिया. इरफान ने अपने टेस्ट करियर में 29 मैच खेलकर 100 विकेट झटके. साथ ही उन्होंने 31.57 की औसत से 1105 रन भी बनाए.
वनडे करियर में पठान ने 120 मैच खेलकर 173 विकेट लिए. जबकि 23.39 की औसत से 1544 रन भी बनाए. टी-20 इंटरनेशनल में उन्होंने 24 मैचों में 28 विकेट चटकाए.