मुंबई नगर निगम (BMC) ने अपने सबसे पढ़े-लिखे कर्मचारी सुनील यादव को नौकरी से निकाल दिया है. स्वीपर का काम करने वाले सुनील टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) से पीएचडी कर रहे हैं.
आज तक में प्रकाशित खबर में मुताबिक सुनिल यादव ने मीडिया को बताया कि अपना ट्रांसफर चाह रहे थे. उन्होंने बताया कि उन्हें हर रोज अपने घर से ग्रांट रोड स्थित ऑफिस आने के लिए 3 ट्रेन बदलनी पड़ती थी.
उन्होंने कहा, ‘मैं इस वजह से अपना तबादला घर के नजदीक चेंबूर में कराना चाह रहा था, जिससे मैं बचा हुआ वक्त अपनी पढ़ाई को दे सकूं. उन्होंने अपने साथ जातिगत भेदभाव का आरोप भी लगाया है.
बता दें कि BMC में स्वीपर के पद पर काम कर रहे सुनील यादव ने (TISS) टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज से B.Com,BA (पत्रकारिता), फिर MA (ग्लोबलाइजेशन एंड लेबर) , उसके बाद M.PHIL भी किया और अब Phd भी कर रहे हैं. सुनील यादव एक गरीब परिवार से है उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है इसके बावजूद सुनील यादव ने अपनी पढ़ाई जारी रखी है.