नई दिल्ली: लोकसभा इंतेखाबात के ऐन पहले सिमी ने पीएम नरेन्द्र मोदी के क़त्ल की साजिश रची थी। हालांकि यह साजिश कामयाब नहीं हो सकी। हाल ही में गिरफ्तार किए गए सिमी के गुर्गे गुरफान ने रायपुर कोर्ट में खुदसुपुर्दगी करने के बाद पुलिस को यह इत्तेला दी।
गुरफान ने बताया कि सिमी ने अंबिकापुर में मोदी की एक रैली के दौरान उनके क़त्ल की साजिश रची थी लेकिन सख्त सेक्युरिटी और दूसरे वजुहात की वजह से वह इस मंसूबे को अंजाम नहीं दे पाए। मंसूबे में नाकाम होने पर उसने झाडख़ंड और बिहार रैली में धमाके किए जिनके लिए पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
आईजी जे.पी. सिंह के मुताबिक गुरफान पुलिस जांच में मदद कर रहा है लेकिन उसने अभी तक पूरी इत्तेला नहीं दी है। उसने फिलहाल यह नहीं बताया है कि इस साजिश में कौन कौन शामिल थे और किस तरह से इस वाकिया को अंजाम दिया जाना था।
उसने बताया कि वाकिया के बाद वह रायपुर से भाग गया और अरब सागर के करीब छिप कर केयरटेकर का काम करने लगा। कुछ ही दिन पहले पुलिस ने उसके दो साथियों एजाजुद्दीन और असलम को एक मुठभेड़ में मार गिराया था। जिसके बाद उसने अदालत में खुदसुपुर्दगी कर दिया।
गुरफान ने चौंकाते हुए बताया कि नये साल के मौके दुनिया भर के नामी मुजरिमो ने नेपाल में एक शानदार पार्टी की थी लेकिन हिंदुस्तानी खुफिया एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। उसने अबू सलेम और दिगर दहशतगर्द तंज़ीम के लीडरों से भी मिलने और फंड हासिल करने की मालूमात दी।