छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ताबड़तोड़ चुनावी प्रचार जारी है. उन्होंने बिलासपुर के तखतपुर, कोरबा के कटघोरा, कवर्धा और भिलाई में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में बड़ी आक्रामक रैली की. राहुल गांधी ने भ्रष्ट्राचार और कुशासन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की रमन सिंह सरकार पर तीखा हमला बोला.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दूसरे दौर के चुनावी प्रचार के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. वो उन इलाकों में अपनी सभाएं कर रहे हैं, जहां OBC और अनुसूचित जाति वर्ग का खासा प्रभाव है. दिलचस्प बात यह है कि अभी तक राहुल गांधी ने ऐसी कोई रैली और आमसभा नहीं रही, जिसमें उन्होंने राफेल सौदे को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला ना किया हो.
उनकी सभाओं में नोटबंदी, जीएसटी और राफेल का जिक्र प्रमुखता से हो रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ के स्थानीय मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ज्यादा कुछ नहीं बोल रहे. पहले दौर के बाद दूसरे दौर में भी राहुल गांधी ने मोदी सरकार को लेकर आक्रामक रुख बनाए रखा है.
कोरबा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने नोटबंदी को हिन्दुस्तान का बड़ा घोटाला बताते हुए कहा कि नोटबंदी की सच्चाई जल्द ही देश की जनता के सामने आएगी. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद देश की गरीब जनता, किसान, मजदूर, माता-बहनें भी लाइन में लगी रहीं, लेकिन अमीर लोग लाइन में क्यों नहीं दिखे.
राहुल ने कहा कि बीजेपी सरकार देश की जनता, छत्तीसगढ़ की जनता का पैसा चोरी कर देश के चुनिंदा अमीर लोगों की जेब में डाल रही है. राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आएगी तो सबसे पहले किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दो साल से किसानों को बोनस नहीं दिया गया, हमारी सरकार बनते ही सबसे पहले दो साल का बोनस दिया जाएगा.
राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में भूमि अधिग्रहण को लेकर रमन सरकार के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जमकर आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक बड़ा मुद्दा अधिग्रहण भी है, यहां सरकार पहले जमीन छीन लेती है और अपने हिसाब से कम कीमत पर उसका मुआवजा बांटती है और फिर उसे उद्योगपतियों को दे देती है.
उनके मुताबिक छत्तीसगढ़ बाकी अन्य राज्यों जैसा नहीं है, ये हिन्दुस्तान का सबसे अमीर राज्य है इसके पास जल, जंगल और खदानें है. लेकिन इस राज्य की जनता सबसे गरीब है. उन्होंने कहा कि इसका कारण नरेंद्र मोदी या फिर रमन सिंह हैं जो सबका पैसा छीनकर उद्योगपतियों को देते हैं.