मशहूर वैज्ञानिक ‘पीएम भार्गव’ नहीं रहें, मोदी सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ पद्म भूषण सम्मान लौटाया था

प्रख्यात वैज्ञानिक और सीएसआईआर के संस्थान सेंटर फॉर सेलुलर मालिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) के संस्थापक निदेशक पुष्प मित्र भार्गव का मंगलवार को देहांत हो गया।

वह 88 वर्ष के थे। भार्गव ने दो साल पहले केंद्र की राजग सरकार की नीतियों के विरोध स्वरूप अपना पद्म भूषण सम्मान लौटा दिया था। भार्गव पिछले कुछ समय से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे।

उन्होंने मंगलवार शाम छह बजे अंतिम सांस ली। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी हैं। भार्गव 2005-07 तक राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के उपाध्यक्ष रहे थे। उन्हें 1986 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

उन्हें 1998 में फ्रांस के राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके थे।