केन्द्र की NDA सरकार ने इंदिरा आवास योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजना रख दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब इस योजना का हवाला देते हुए कहते हैं कि साल 2022 तक सभी बेघर लोगों को घर दे देंगे।
हालांकि की ये सुनने में बेहद अच्छा लगता है लेकिन इस योजना की जमीनी हकीकत राजस्थान में बेहद खराब है।
यह योजना राजस्थान में बिलकुल फ्लॉप साबित हुई है। राजस्थान में 10 लाख घर बनाने थे लेकिन एक लाख भी नहीं बन पाए। राज्य का शायद ही कोई जिला हो जहां आवास बनाने के 10 फीसदी लक्ष्य को पूरा किया गया हो।
वहीँ केंद्र की मोदी सरकार इस समय अर्थव्यवस्था के गिरते ग्राफ से चौतरफा घेराव का सामना कर रही है।