PM नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) 35वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश को सम्बोधित किया।
मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचकुला हिंसा पर चुप्पी तोड़ते हुवे कहा है कि आस्था के नाम कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी को भी नहीं है। चाहे वो व्यक्ति हो या कोई समूह हो किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। हिंसा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कानून दोषिओं को सजा देगा। दोषियों को कानून के आगे झुकना होगा। दोषियों को सजा जरूर दी जाएगी। सरकार इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा की हमारे सारे त्योहार प्रकृति के समय पत्रक के अनुसार चलते हैं। इनका प्रकृति से सीधा संबंध है। बहुत सारे त्योहार तो सीधे-सीधे किसान या मछुआरों से जुड़े हुए होते हैं।जैन समाज में संवत्सरि का पर्व, केरल में ओणम, गणेश चतुर्थी और ईद उल जुहा की शुभकामनाएं। त्योहार विदेशियों को आकर्षित करने का अवसर हैं।
त्योहार हमारे लिए आस्था और विश्वास के प्रतीक तो हैं ही, पारिवारिक जीवन में भी त्योहार और स्वच्छता परस्पर जुड़े हुए हैं। हमें नए भारत में त्योहारों को स्वच्छता का भी प्रतीक बनाना है। त्योहार की तैयारी का मतलब है, साफ-सफाई। ये हमारे लिए कोई नई चीज नहीं है।
मन की बात में PM मोदी ने मुसलमानों की तारीफ़ करते हुए कहा की ‘गुजरात में बीते दिनों बाढ़ आई। लेकिन बाढ़ का पानी जब चला गया तो वहां हालात और भी खराब हो गए। लेकिन मुस्लिम भाईयों ने इस दौरान बहुत सराहनीय कार्य किया। गुजरात में जमियत उलेमा ए हिंद के लोगों ने गुजरात के 22 मंदिर की साफ सफाई की। उन्होंने मस्जिदों को भी साफ किया।’