बाढ़ राहत राशी के ऐलान पर असम के लोग बोले- PM सिर्फ गुजरात पर महरबान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीषण बाढ़ की मार झेल रहे अपने गृह राज्य गुजरात को राहत के लिए 500 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। पीएम के इस ऐलान के बाद बाढ़ से प्रभावित दूसरे राज्य असम में खासी नाराज़गी देखने को मिली। असम के कई सामाजिक संगठनों ने केंद्र सरकार पर असम को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया है।

असम में किसानों के प्रमुख संगठन कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) ने प्रधानमंत्री के रवैये की आलोचना की है। संगठन के अध्यक्ष अध्यक्ष अखिल गोगोई ने कहा, “प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात बाढ़ राहत के लिए 500 करोड़ रुपए की राहत देने की घोषणा को लेकर हमारा कोई विरोध नहीं है। लेकिन असम की जनता भी बाढ़ की मार झेल रही है। असम को बाढ़ राहत पैकेज दिए जाने की घोषणा करने से उन्हें कौन रोक रहा है?”

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता प्रद्युत बारदोलोई ने असम की अनदेखी को लेकर प्रधानमंत्री और बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार असम में आई बाढ़ से हुई तबाही पर आंखें मूंदे हुए है, इसमें अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है और 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए बारदोलोई ने कहा, “मोदी सिर्फ चुनाव के वक्त या कांग्रेस के नेतृत्व में बनवाए गए एक विशाल पुल का उद्घाटन करने ही असम आते हैं। वह अच्छे अभिनेता हैं और उन्होंने गुजरात दौरे के बाद अपना असली रंग दिखा दिया, जबकि गुजरात आर्थिक तौर पर भी असम से मजबूत है। यहां तक कि उनके पास असम का दौरा करने का भी समय नहीं है, इसलिए उन्होंने बाढ़ का जायज़ा लेने के लिए एक जूनियर मंत्री को भेज दिया।”