PM मोदी की डिग्री में बताया सब्जेक्ट उस वक़्त नहीं पढ़ाया जाता था, गुजरात यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफ़ेसर का दावा

पीएम मोदी के डिग्री विवाद में एक नया खुलासा हुआ है। अब गुजरात यूनिवर्सिटी के एक पूर्व प्रोफेसर जयंती पटेल ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें उन्होंने पीएम मोदी की डिग्री पर सवाल खड़े किए हैं।

प्रोफेसर जयंती पटेल ने लिखा है, ‘गुजरात यूनिवर्सिटी के कुलपति ने जिन सब्जेक्ट्स का नाम लिया उस वक़्त तो वह एमए पार्ट-2 में नहीं था।’

हालांकि पटेल ने बाद में इस कथित फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया।

जयंती पटेल ने लिखा था, ‘इन पेपरों के नाम में कुछ सही नहीं है। जहां तक मेरी जानकारी है, उस समय एमए के दूसरे साल में इन नामों का कोई पेपर नहीं हुआ करता था। मैं वहीं राजनीति विज्ञान विभाग में था। मैंने वहां 1969 से जून 1993 तक पढ़ाया है।

उन्होंने ये भी बताया कि उनकी क्लास में मोदी की अटेंडेंस कम थी, जिस कारण उन्होंने मोदी को अपनी क्लास में आने की इजाज़त नहीं दी थी। लेकिन अन्य प्रोफेसरों ने ऐसा नहीं किया था। मोदी को सलाह दी गई थी कि वे ग़ैर-संस्थागत छात्र के रूप में पढ़ सकते हैं।

पटेल का कहना है कि वे मोदी की डिग्री की जानकारी पीएमओ को वॉट्सऐप के जरिये भेज चुके हैं। लेकिन उन्होंने सिर्फ जानकारी भेजी है मार्कशीट नहीं।

हमारे रिकॉर्ड के अनुसार मोदी अपना पोस्टग्रेजुएट सर्टिफिकेट ले चुके हैं और उनका नाम हमारी वेबसाइट पर भी मौजूद है।

वहीँ, जयंती पटेल के आरोपों को खारिज करते हुए गुजरात यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ महेश पटेल ने कहा कि 30 साल पहले ये पेपर उस कोर्स का हिस्सा थे।