नजीब के शहर बदायूं आकर PM मोदी ने वोट माँगा लेकिन माँ फातिमा के आंसू को भूल गए

पीएम मोदी ने सपा का गढ़ माने जाने वाले बदायूं में आज चुनावी सभा को संबोधित किया। सूबे में परिवर्तन लाने के लिए कमल खिलाने की बात कही। लेकिन करीब चार महीने से लापता यहाँ के लाल को भूल गए। उन्होंने नजीब के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला।

चुनावी रंग में डूबे पीएम मोदी जब नजीब के शहर बदायूं में आए तो उसे भुला नेताओं की बात करने लगे। लोगों को सपने दिखाए, वादे किए, आरोप लगाये, सरकार की बुराई की, राजनीति की और चल दिए।

हमारे पीएम ने जेएनयू नजीब को उस वक़्त भुलाया है जब उसे खोजने की मांग देश भर में की जा रही है। उसकी सुरक्षित वापसी को लेकर तमाम यूनिवर्सिटीज़ के छात्र संघर्ष कर रहें हैं, सड़क पर उतर रहें हैं।

बावजूद उसके सोशल मीडिया फ्रेंडली माने जाने वाले पीएम मोदी ने आज तक उसके लिए एक शब्द नहीं लिखा। बेटे की याद में पल-पल झुलसती माँ फातिमा को कभी झूठा दिलासा भी नहीं दिया।

उल्टा कभी रात कभी दिन, कभी एक कभी चालीस-चालीस पुलिस वाले आकर नजीब के परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के बदायूं में नजीब के ननिहाल में दिल्ली पुलिस ने अचानक दबिश देकर सबको एकसाथ प्रताड़ित किया। जिसपर काफी सवाल उठे।

बता दें कि बीते 15 अक्टूबर से एमएससी बायोटेक्नोलॉजी का छात्र नजीब अहमद जेएनयू कैपस से लापता है। गायब होने से पहले नजीब का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विक्रांत के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। जिससे गुस्साए एबीवीपी छात्र ने बदला लेने की नियत से दर्जनों लोगों को फोन कर बुला लिया और नजीब को बुरी तरह पिटाई की थी।