चुनाव आयोग इस बात की जांच करेगा कि उपग्रह भेदी मिसाइल के सफल इस्तेमाल की जानकारी देश को देने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में है या नहीं। आयोग की ओर से देर शाम जारी बयान के अनुसार, इस मामले में एक समिति का गठन किया गया है।
PM Modi didn’t consult Election Commission before ‘Mission Shakti’ address
Sanya Dhingra @DhingraSanya, who covers the Election Commission for ThePrint, reports https://t.co/tQJ5QNn3H5
— Shekhar Gupta (@ShekharGupta) March 27, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, आयोग ने वैज्ञाानिकों की इस उपलब्धि का राजनीतिक इस्तेमाल कर चुनावी लाभ लेने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा देश को संबोधित करने की विभिन्न दलों की शिकायत मिलने के बाद जांच के लिए समिति का गठन किया है।
CPI (Marxist) writes to Election Commission over PM Modi's address to the nation today on "Mission Shakti"; states,"this announcement comes in the midst of the ongoing election campaign where the PM himself is a candidate. This is clearly a violation of the Model Code of Conduct" pic.twitter.com/xRrTNKtJb1
— ANI (@ANI) March 27, 2019
आयोग ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से देश को संबोधित करने का मामला आयोग के संज्ञान में लाया गया है। आयोग ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बीच अधिकारियों की समिति गठित कर तत्काल इस तामले की जांच करने का निर्देश दिया।’’
Comrade @SitaramYechury has written to the Chief Election Commissioner, Election Commission of India drawing his attention to the announcement made by Prime Minister through an address to the nation on the achievements of Indian scientists. https://t.co/MF58sH1r31
— CPI (M) (@cpimspeak) March 27, 2019
उल्लेखनीय है कि माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों की उपलब्धि का राजनीतिक लाभ लेने के लिए देश को संबोधित किया और यह आचार संहिता का उल्लंघन है। येचुरी ने आयोग से यह भी पूछा कि क्या प्रधानमंत्री ने आयोग से अनुमति लेकर देश को संबोधित किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद आयोग के सूत्रों ने बताया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन संबंधी मामले चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं आते।
यह पूछे जाने पर कि उपग्रह भेदी मिसाइल क्षमता के सफल प्रयोग की जानकारी देश के साथ साझा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन क्या आचार संहिता का उल्लंघन है, अधिकारी ने कहा, ‘‘कैबिनेट सुरक्षा समिति की बैठक हुई थी।
उसके लिए निर्णय और आपदा प्रबंधन जैसे मामले आचार संहिता के दायरे में नहीं आते हैं। इन मामलों में आयोग की पूर्व मंजूरी की आवश्यकता नहीं है।’’
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ऐलान किया कि भारत ने अंतरिक्ष में एंटी सैटेलाइट मिसाइल से एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराते हुए आज अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज कराया और ऐसी क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया।