वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी लंकेश की बीते कल बेंगलूरु में कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी। उनकी हत्या की खबर से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई और देश की कई बड़ी हस्तियों ने इस हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की। लोगों ने इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बताया। लेकिन जहां इस हमले की निंदा की जा रही थी वहीं सोशल मीडिया पर कुछ आरएसएस और बीजेपी के समर्थक इस हत्या को सही ठहराने में जुटे थे।
आशीष सिंह नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा, बुरहान वणी के बाद गौरी लंकेश को भी मार दिया गया, यह कितना दुखद है”। इसके बाद आशीष सिंह ने एक ट्वीट को रिट्वीट किया, जिसमें लिखा था, “हमें चाहिए आज़ादी जिहादियों से जय श्री राम, जय श्री राम”। इसके साथ ही आशीष ने गौरी लंकेश की हत्या से संबंधित बैंगलोर टाइम्स के एक ट्वीट पर कमेंट किया, “जैसी करनी, वैसी भरनी”।
इस तरह की प्रतिक्रिया देखने के बाद जब हमने आशीष की प्रोफाइल की पड़ताल की तो पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई बड़े केंद्रीय मंत्री आशीष को ट्विटर पर फॉलो करते हैं और आशीष की प्रोफाइल पिक में वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के साथ खड़ा है। आशीष ने अपनी प्रोफाइल पर खुद को हिंदू और टीम मोदी का सदस्य बताया है।
आशीष उन कई लोगों में से एक है जिसने दक्षिणपंथी विचारधारा का पालन करते हुए गौरी लंकेश की हत्या के बाद उनके ख़िलाफ ज़हर उगलना शुरु कर दिया।
पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा फॉलो किए जाने वाले एक और यूज़र ने लिखा, “एक कुतिया कुत्ते की मौत क्या मरी सारे पिल्ले एक सुर में बिलबिला रहे हैं?? अब ये कौन कह रहा है किसी शिष्य ने गुरु दक्षिणा में गौरी लंकेश को वही दे दिया जिसकी शिक्षा वामपंथी अपने शिष्यों को देते है”?
एक पत्रकार जागृती शुक्ला ने लिखा, “तो वामपंथी गौरी लंकेश को बेरहमी से मार दिया गया। आपके कर्म हमेशा आपको डराने के लिए वापस आते हैं, वे कहते हैं आमिन”। जागृती शुक्ला का दलितों, सिखों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत भरे ट्वीट्स करने का एक लंबा इतिहास है।
इसके साथ ही एक और वरिष्ठ पत्रकार, जो कि केंद्रीय मंत्री अनंथ कुमार के पूर्व ओएसडी और विश्ववाणी डेली के एडिटर-इन-चीफ हैं, वह भी लंकेश की हत्या की ख़बर पढ़ते हुए खुद को यह कहने से नहीं रोक पाए कि लंकेश माओ हितैशी थीं।
पीएम मोदी द्वारा फॉलो किए जाने वाले औक्सोमिया जियोरी नाम के एक और यूज़र ने लंकेश की पूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद के साथ एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा, “इशवर ने भारत तेरे टुकड़े होंगे ग्रुप के लिए कुछ और ही प्लान किया था”।