कर्नाटक में मतदान से पहले अपने आखिरी भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सिद्धारामय्या सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस के सात विधायकों पर भी हमला किया। पहली बार उन्होंने बेंगलुरु विकास और शहरी विकास मंत्री का नाम लिए बिना कहा कि यह एक ऐसी सरकार है जिसने भूमि अधिग्रहण और पुलिसकर्मियों की आत्महत्या के आरोपों वाले को मंत्री बनाया।
मोदी ने बेंगलुरू के एक कैफे में एक व्यक्ति की पिटाई करने वाले विधायक एन ए हैरिस के बेटे मोहम्मद नलपाड़ के संदर्भ में कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था ठीक नहीं है। कांग्रेस विधायक के बेटे ने मासूम लोगों की पिटाई की और सरकार ने उन्हें बचा लिया और पार्टी नेता सत्ता के नशे में चूर है।
उन्होंने बेंगलुरू के तीन कांग्रेस विधायकों पर भी हमला बोलै। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे अभी भी समझ में नहीं आया कि मुख्यमंत्री बेंगलुरू को लेकर क्या परेशान हैं। बेंगलुरू शहर के लिए बीजेपी के विशेष घोषणापत्र में कई वादे किये गए हैं जिसमें शहर की झीलों को पुनर्जीवित किया जायेगा।
उन्होंने यह भी वादा किया कि जहां भी आवश्यकता हो, मेट्रो नेटवर्क को बढ़ाया जाएगा। मोदी ने कहा, “येदियुरप्पा जी चुने जाने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में एक रोड मैप तैयार किया जाएगा। मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने 60 वर्षों तक भारत पर शासन करने वाले “परिवार” के खिलाफ निरंतर हमले किये।